रामनाथस्वामी मंदिर में रामनवमी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे पूजा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को रामनवमी के पावन अवसर पर तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इस अवसर पर वे नए पंबन पुल का उद्घाटन भी करेंगे। यह पुल अप्रैल 2025 तक पूरी तरह चालू हो जाएगा।

नया पंबन पुल: रेल संपर्क का नया आयाम

नया पंबन पुल 2.10 किलोमीटर लंबा होगा और यह मुख्य भूमि पर मंडपम तथा पंबन द्वीप पर स्थित रामेश्वरम के बीच रेल संपर्क को बेहतर बनाएगा। यह पुल देश का पहला वर्टिकल सी ब्रिज होगा, जो पुराने पुल की जगह लेगा। पुराने पुल का निर्माण 1914 में हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पुल की आधारशिला नवंबर 2019 में रखी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई थी।

रामनाथस्वामी मंदिर: एक आध्यात्मिक धरोहर

रामनाथस्वामी मंदिर, जिसे रामेश्वरम मंदिर भी कहा जाता है, भारत के प्रमुख हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक है।

पौराणिक महत्व

मान्यता के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध करने के पश्चात अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए इसी स्थान पर भगवान शिव की आराधना की थी। रामेश्वरम मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यह शैव और वैष्णव दोनों भक्तों के लिए पवित्र स्थल है।

मंदिर की अद्भुत वास्तुकला

रामनाथस्वामी मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। इस मंदिर में दुनिया का सबसे लंबा गलियारा है, जिसकी लंबाई लगभग 1,200 मीटर है। इसमें 1,212 नक्काशीदार खंभे हैं, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं। इसके अलावा, मंदिर में 22 पवित्र कुएं हैं, जिनके जल का स्वाद अलग-अलग होता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इन कुओं में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और कई बीमारियों का उपचार भी होता है।

रामसेतु का ऐतिहासिक संदर्भ

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान राम ने हनुमान और वानर सेना की सहायता से रामेश्वरम से श्रीलंका तक एक पुल का निर्माण किया था, जिसे रामसेतु के नाम से जाना जाता है। यह पुल श्रीलंका के साथ इस स्थान के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध को दर्शाता है।

श्रीलंका यात्रा के बाद पुल का उद्घाटन

रामनवमी से पहले, प्रधानमंत्री मोदी पड़ोसी देश श्रीलंका की यात्रा पर जाएंगे। वहां दो दिन बिताने के बाद वे भारत लौटेंगे और अगले ही दिन पंबन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। यह पुल न केवल परिवहन सुविधाओं को बेहतर बनाएगा, बल्कि धार्मिक और पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। रामनाथस्वामी मंदिर में उनकी पूजा और नए पंबन पुल का उद्घाटन भारतीय संस्कृति और आधुनिक विकास का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।