ठाणे: महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने सोमवार सुबह आतंकवाद से जुड़े एक मामले में ठाणे जिले के कुछ गांवों में छापेमारी कर 12 लोगों को हिरासत में लिया। यह कार्रवाई सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) से जुड़े पूर्व पदाधिकारियों और सदस्यों के खिलाफ की गई।
जानकारी के अनुसार, एटीएस की मुंबई इकाई ने ठाणे ग्रामीण पुलिस की सहायता से पडघा और बोरीवली गांवों में तड़के लगभग 4 बजे छापेमारी शुरू की। इस दौरान सुरक्षा बलों की भारी तैनाती रही। अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान के तहत करीब दो दर्जन परिसरों की तलाशी ली गई। छापेमारी उन व्यक्तियों के घरों पर केंद्रित थी जो पूर्व में प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े रहे हैं।
जिन लोगों के परिसरों की तलाशी ली गई, उनमें साकिब नाचन, आकिब नाचन, कैफ नाचन, शाजिल नाचन और अब्दुल लतीफ कासकर के नाम प्रमुख हैं। फराक जुबैर मुल्ला नामक व्यक्ति, जो पेशे से जमीन का कारोबारी है और पहले सिमी से जुड़ा रहा है, उसके घर पर भी छापा मारा गया। फराक का बड़ा भाई हसीब जुबैर मुल्ला 2002 और 2003 में मुंबई लोकल ट्रेनों में हुए विस्फोट मामलों का आरोपी रहा है और वर्तमान में आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में दिल्ली की जेल में बंद है।
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी के दौरान कई घंटों तक संदिग्धों से पूछताछ की गई। जिन लोगों के घरों पर कार्रवाई हुई उनमें से छह उस समय मौजूद नहीं थे। दोपहर तक चलने वाली इस कार्रवाई के बाद एटीएस टीम ने 12 संदिग्धों को हिरासत में लेकर आगे की जांच के लिए पडघा पुलिस थाने भेजा।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी 2023 में आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े मामले में पडघा क्षेत्र में कार्रवाई की थी, जिसमें साकिब नाचन समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।