मतदाताओं की सुविधा और मतदान व्यवस्था को सुचारू बनाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग ने एक अहम निर्णय लिया है। अब मतदाता अपने मोबाइल फोन को मतदान केंद्रों के पास सुरक्षित रूप से जमा कर सकेंगे। आयोग ने यह निर्णय मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया।
अब तक मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं थी, जिससे मतदाताओं, खासकर बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों को काफी असुविधा होती थी। कई मतदाता मोबाइल रखने की चिंता में मतदान केंद्र तक आने से भी हिचकते थे। चुनाव कर्मियों से मिले फीडबैक के आधार पर यह नई सुविधा लागू की गई है।
नई व्यवस्था के तहत हर मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार के पास साधारण डिब्बों या जूट के थैलों की व्यवस्था की जाएगी, जहां मतदाता अपने मोबाइल फोन जमा कर सकेंगे। साथ ही, अब मतदान केंद्र के 100 मीटर के भीतर स्विच ऑफ मोड में मोबाइल ले जाने की सशर्त अनुमति होगी।
इसके अलावा आयोग ने यह भी निर्णय लिया है कि अब उम्मीदवार अपने प्रचार बूथ मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर स्थापित कर सकेंगे। वहीं, अगर कोई मतदाता अपनी मतदान पर्ची लाना भूल जाता है, तो उसे वहां औपचारिक मतदान पर्ची भी दी जाएगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक में चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी मौजूद थे। आयोग का यह निर्णय मतदाताओं की सहूलियत को बढ़ावा देगा और लोकतंत्र को और मजबूत करेगा।