कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग और सोना तस्करी से जुड़े एक हाई-प्रोफाइल मामले में गुरुवार को उनके आवास पर छापेमारी की। इससे पहले बुधवार को उनके अधीनस्थ शैक्षणिक संस्थानों पर भी छापेमारी की गई थी।
यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी की नजर हवाला ऑपरेटरों और संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर है, जो कथित रूप से अभिनेत्री रान्या राव के खातों में फर्जी लेनदेन कर रहे थे। यह पूरा मामला सोना तस्करी और उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच पहले से ही सीबीआई और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, ईडी को संदेह है कि एक शैक्षणिक ट्रस्ट, जो डॉ. जी. परमेश्वर से जुड़ा हुआ है, ने रान्या राव के क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने के लिए 40 लाख रुपये खर्च किए। इस भुगतान को लेकर कोई अधिकृत दस्तावेज सामने नहीं आया है, जिससे संदेह और गहरा गया है। जांच में यह भी सामने आया है कि उक्त ट्रस्ट किसी “प्रभावशाली राजनीतिक शख्सियत” के निर्देश पर काम कर रहा था।
ईडी की यह कार्रवाई कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचा रही है। विपक्ष इसे भ्रष्टाचार से जुड़ा गंभीर मामला करार दे रहा है, जबकि कांग्रेस पार्टी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।