गाजा पट्टी में जारी युद्धविराम के बीच इजराइल ने एक बार फिर हमला किया है, जिसमें 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मृतकों में कई बच्चे भी शामिल हैं। हमास ने इस हमले को युद्धविराम का उल्लंघन करार देते हुए इजराइल पर समझौता तोड़ने का आरोप लगाया है।
युद्धविराम के बावजूद हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइली सेना (आईडीएफ) और सुरक्षा एजेंसियों ने गाजा में हमास के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों और चिकित्सकों के अनुसार, इजराइल के हवाई हमलों में कई घर और इमारतें नष्ट हो गई हैं।
इजराइल का बयान और हमास का आरोप
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह कार्रवाई हमास के बंधकों को रिहा करने से इनकार करने और युद्धविराम प्रस्तावों को ठुकराने के जवाब में की गई है। उन्होंने सेना को हमास के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” करने का निर्देश दिया है। वहीं, हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इजराइल ने युद्धविराम समझौते को एकतरफा पलट दिया है, जिससे बंधकों का भविष्य अनिश्चित हो गया है।
35 से अधिक हवाई हमले
फिलिस्तीनी नागरिक आपातकालीन सेवा के मुताबिक, इजराइल ने गाजा में कम से कम 35 हवाई हमले किए हैं। इनमें मध्य गाजा के डेर अल-बलाह, गाजा शहर, खान यूनिस और राफा में कई ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
युद्धविराम समझौते की पृष्ठभूमि
हमास और इजराइल के बीच जनवरी में तीन-चरणीय युद्धविराम समझौता लागू हुआ था, जिसके तहत हमास को इजराइली बंधकों को रिहा करना था और इजराइल को फिलिस्तीनी कैदियों को सौंपना था। पहले चरण में हमास ने लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले तीन दर्जन बंधकों को रिहा किया था। लेकिन अब इस हमले के बाद युद्धविराम समझौते पर गंभीर संकट मंडरा रहा है।