चुनाव से ऐन पहले अलका तिवारी बनी झारखंड की मुख्य सचिव

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झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने राज्य सरकार का प्रस्ताव कर लिया है और अलका तिवारी को मुख्य सचिव नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। वहीं, राज्य सरकार ने भी बिना किसी देरी के अधिसूचना जारी कर तिवारी को मुख्य सचिव नियुक्त करने की घोषणा कर दी है।

झारखंड के मुख्य सचिव के रूप में अलका तिवारी को नियुक्त करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को चुनाव आयोग ने शुक्रवार को स्वीकार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले, चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्य सचिव लालबियाक्तलुआंगा खियांग्ते के कार्यकाल को पांच महीने के विस्तार के प्रस्ताव पर भी सहमति जताई थी। इस बीच, राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर तिवारी को मुख्य सचिव नियुक्त करने की घोषणा की। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग की एक अधिसूचना के अनुसार, नियुक्ति के प्रस्ताव को भारत के चुनाव आयोग द्वारा मंजूरी दी गई है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘खियांग्ते झारखंड सरकार के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं। राज्य की सेवा करने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। आपके सुखद भविष्य की कामना करता हूं।’

अलका तिवारी 1988 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में झारखंड कैडर में सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। उनके पति डॉ. डी के तिवारी, जो झारखंड के मुख्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए, वर्तमान में राज्य निर्वाचन आयुक्त के संवैधानिक पद पर हैं।

अलका तिवारी ने मेरठ विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर किया। इस दौरान उन्होंने ‘विकास परियोजनाओं का प्रबंधन और कार्यान्वयन’ पाठ्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसके लिए राज्यपाल द्वारा उन्हें स्वर्ण पदक से नवाजा गया। इसके अलावा, वह रांची विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक भी हैं।