केंद्रीय राज्य कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी को मोदी सरकार की प्रभावी कूटनीति का प्रत्यक्ष उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफल विदेश नीति और कूटनीति का नतीजा है। मेघवाल ने कहा, “हमारी सरकार ने पहले तहव्वुर राणा को भारत लाने में सफलता प्राप्त की और अब मेहुल चोकसी को भी वापस लाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। यह देश के लिए गर्व की बात है।”
नई दिल्ली में डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मेघवाल ने संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को उनकी 135वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस में बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह द्वारा किया गया था। यह प्रतिमा न केवल विभाग की शोभा बढ़ाती है, बल्कि राहगीरों को भी प्रेरित करती है।
कार्यक्रम में मेघवाल ने बताया कि विभाग द्वारा ‘हमारा संविधान, हमारा सम्मान’ जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जो संविधान जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व भविष्य में और अधिक बढ़ेगा।
मुर्शिदाबाद हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए मेघवाल ने घटना को दुखद बताया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संसद द्वारा पारित वक्फ अधिनियम देशभर में लागू होता है और किसी भी राज्य को इसका उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के राज्यपालों को बिलों पर तीन महीने में निर्णय लेने के निर्देश पर मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार इस फैसले की समीक्षा कर रही है और जल्द ही इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने भी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी को मोदी सरकार की उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार और भगोड़ों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर चलती है। चोकसी ने देश के गरीबों का पैसा लूटा, लेकिन अब वह कानून से नहीं बच पाएगा।”
बीजेपी सांसद बृजलाल ने चोकसी की गिरफ्तारी की सराहना करते हुए कहा, “जैसे तहव्वुर राणा को भारत लाया गया, वैसे ही चोकसी को भी लाया जाएगा। हमारी न्यायिक प्रणाली में भगोड़ों के खिलाफ सख्त प्रावधान हैं। उनकी अनुपस्थिति में भी मुकदमा चल सकता है, सजा हो सकती है और उनकी संपत्ति जब्त की जा सकती है।”
इस प्रकार, मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार ने इसे अपनी कूटनीतिक सफलता और कानून के शासन की जीत के रूप में प्रस्तुत किया है।