रामगढ़, 13 सितंबर 2025: झारखंड के रामगढ़ जिले के लोधमा गाँव की उर्मिला कुमारी ने स्वयं सहायता समूह और जेएसएलपीएस (झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी) के सहयोग से आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम की है। कभी गुमनाम गृहिणी रहीं उर्मिला आज “गाँव की बैंकिंग दीदी” के नाम से जानी जाती हैं, जो अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ गाँववालों के लिए बैंकिंग सुविधाएँ उपलब्ध करा रही हैं।
उर्मिला का शुरुआती जीवन आर्थिक तंगी और सामाजिक गुमनामी से भरा था। परिवार की जरूरतें पूरी करना मुश्किल था। 2016 में शांति आजीविका महिला समूह से जुड़ने के बाद उनकी जिंदगी बदली। समूह की बैठकों ने उन्हें आत्मविश्वास दिया। जेएसएलपीएस से मिले 5,000 रुपये के ऋण से उन्होंने घर की जरूरतें पूरी कीं, फिर 50,000 रुपये के ऋण से BC Point शुरू किया। इसके साथ ही एक स्टेशनरी दुकान भी खोली। आज वे मासिक 8,000-10,000 रुपये और सालाना 1-1.5 लाख रुपये कमा रही हैं।
उर्मिला का BC Point गाँव के लिए बैंक जैसा केंद्र बन गया है। लोग खाता खोलने, आधार लिंक करने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए उनके पास आते हैं। पहले शर्मीली उर्मिला अब गाँव की बैठकों में आत्मविश्वास से बोलती हैं। उनकी सफलता ने अन्य महिलाओं को प्रेरित किया है।
तकनीकी दिक्कतों और लोगों का भरोसा जीतने की चुनौतियों को जेएसएलपीएस के प्रशिक्षण और समूह के सहयोग से पार किया। उर्मिला का सपना है कि वे अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएँ और बच्चों को बेहतर शिक्षा दें। उनकी कहानी ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक है।