रांची, 7 सितंबर 2025: हजारीबाग जमीन घोटाला मामले में निलंबित IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे की चार दिन की ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) रिमांड शनिवार को समाप्त हो गई। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान चौबे ने घोटाले में अपनी संलिप्तता से इंकार किया, और ACB को कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि, पूछताछ के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण उच्च रक्तचाप और किडनी संबंधी समस्याओं के चलते उन्हें रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ACB अब इस मामले में तत्कालीन खासमहाल अंचल पदाधिकारी और सेवानिवृत्त IAS विनोद चंद्र झा से पूछताछ की तैयारी कर रही है, जो वर्तमान में हजारीबाग जेल में बंद हैं। यह घोटाला 2008-2010 के बीच का है, जब हजारीबाग में 2.75 एकड़ खासमहाल की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 23 निजी व्यक्तियों के नाम निबंधित किया गया था। उस समय विनय चौबे हजारीबाग के उपायुक्त थे।
ACB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच अभी जारी है, और मामले में अन्य संलिप्त लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। इस घोटाले ने झारखंड में भ्रष्टाचार और जमीन के अवैध हस्तांतरण के मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है।