रांची, 23 अगस्त 2025: कांके के पूर्व अंचलाधिकारी जय कुमार राम का शुक्रवार को तमिलनाडु के सीएमसी वेल्लोर अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। डॉक्टरों ने उनकी मृत्यु का कारण कई अंगों का विफल होना बताया।
जय कुमार राम कांके जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नामजद आरोपी थे। उन पर जमीन माफियाओं के साथ सांठगांठ कर सीएनटी एक्ट के तहत संरक्षित आदिवासी, भुइंहरी और सरकारी भूमि के दस्तावेजों में हेरफेर कर अवैध खरीद-बिक्री करने का इल्जाम था। ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि उन्होंने एक वकील को मामले से बचाने के लिए 3.40 करोड़ रुपये और एक महंगा आई-फोन प्रदान किया था। सितंबर 2024 में ईडी ने जय कुमार सहित छह लोगों के खिलाफ इस मामले में आरोप-पत्र दायर किया था।
दस्तावेजों में हेरफेर का गंभीर आरोप
21 जून 2024 को ईडी की छापेमारी के दौरान जय कुमार पर एनआईसी कार्यालय में म्यूटेशन से संबंधित 20 दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा। इनमें से 17 दस्तावेज पूरी तरह नष्ट कर दिए गए थे, जिन्हें बाद में ईडी ने पुनः प्राप्त किया। यह घोटाला कांके क्षेत्र में संरक्षित जमीनों को जाली कागजातों के जरिए सामान्य श्रेणी की भूमि बनाकर बेचने से जुड़ा है। जय कुमार के निधन से इस चर्चित मामले में एक प्रमुख शख्सियत की कमी हो गई है, लेकिन जांच अभी भी जारी है।