रांची, 23 अगस्त 2025: रांची यूनिवर्सिटी फिर विवादों में घिर गई है। स्नातक सत्र (2022-26) के फोर्थ सेमेस्टर की भूगोल विषय की उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो गई हैं, जिससे पहले से 11 महीने लेट चल रहा सत्र और देरी का शिकार हो सकता है। अप्रैल 2025 में हुई परीक्षा की कॉपियां मूल्यांकन के लिए हजारीबाग भेजी गई थीं। अन्य विषयों की कॉपियां लौट आईं, लेकिन भूगोल की कॉपियों का बंडल गायब है। मूल्यांकनकर्ताओं का कहना है कि सभी कॉपियां भेज दी गई थीं, पर एक सप्ताह की तलाश के बाद भी इनका पता नहीं चला।
इससे रिजल्ट में देरी की आशंका बढ़ गई है, जो दो माह पहले जारी हो जाना चाहिए था। इससे छात्रों के पोस्ट-ग्रेजुएशन एडमिशन और प्रतियोगी परीक्षाओं पर संकट मंडरा रहा है। विश्वविद्यालय की प्रक्रिया के तहत, कॉपियां हजारीबाग में लाइजन अफसर को सौंपी जाती हैं, फिर मूल्यांकन के बाद विश्वविद्यालय को लौटती हैं। इसके बाद आउटसोर्सिंग एजेंसी अंकों की एंट्री करती है और विशेषज्ञ अंतिम जांच करते हैं।
विश्वविद्यालय के सामने तीन विकल्प हैं: कॉपियां मिलना, दोबारा परीक्षा, या अन्य विषयों के आधार पर औसत अंक देना। छात्र इस लापरवाही से आक्रोशित हैं। प्रशासन का दावा है कि जांच चल रही है, पर छात्रों का धैर्य जवाब दे रहा है। विश्वविद्यालय को तुरंत समाधान निकालना होगा, वरना छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।