रांची, 14 अगस्त 2025: नगड़ी में रिम्स-2 सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों और आदिवासियों का गुस्सा भड़क उठा है। नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति ने 24 अगस्त 2025 को खेतों में हल चलाकर जोरदार विरोध की घोषणा की है। समिति ने सरकार पर भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास अधिनियम 2013 की धारा 24(2) और पेसा कानून की अनदेखी का आरोप लगाया है।
रांची प्रेस क्लब में बुधवार को पत्रकार वार्ता में समिति के सदस्य विकास टोप्पो, सीता कच्छप, नंदी कच्छप और एतवा टोप्पो ने कहा कि नगड़ी की 70% उपजाऊ जमीन इस परियोजना के लिए ली जा रही है, जिससे किसानों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने बताया कि रांची में बंजर जमीन उपलब्ध है, जहां परियोजना बनाई जा सकती है। ग्राम सभा की सहमति के बिना अधिग्रहण को गैरकानूनी बताते हुए समिति ने इसे रद्द करने की मांग की।
समिति ने शिबू सोरेन के 2012 के बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने नगड़ी की जमीन बचाने और खेती जारी रखने की अपील की थी। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भी 24 अगस्त को हजारों आदिवासियों के साथ हल चलाने की घोषणा की है। कांग्रेस नेता बंधु तिर्की और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने इसे आदिवासियों की आजीविका पर हमला बताया।
किसानों का कहना है कि यह जमीन उनकी जीविका का आधार है। नगड़ी में पहले भी ऐसी परियोजनाएं रद्द हो चुकी हैं। 24 अगस्त का प्रदर्शन आंदोलन को तेज करेगा। सरकार की चुप्पी से मुद्दा गर्माता जा रहा है।