रांची, 27 जुलाई 2025: झारखंड की राजनीति में एक बड़ी हलचल देखने को मिली है। आजसू पार्टी के पूर्व महासचिव और बड़कागांव के कद्दावर नेता विजय साहू ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) में शामिल होने का फैसला किया है। साहू ने JLKM सुप्रीमो जयराम महतो की झारखंडी भावना और उनके नेतृत्व से प्रभावित होकर यह निर्णय लिया है। वह आगामी 24 अगस्त 2025 को जयराम महतो की उपस्थिति में औपचारिक रूप से JLKM की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
विजय साहू, जो OBC सूड़ी समाज से आते हैं, लंबे समय से पिछड़ा वर्ग के आंदोलन और बड़कागांव में विस्थापितों के अधिकारों के लिए मुखर रहे हैं। उन्होंने बीते 20 जुलाई 2025 को आजसू पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनके अगले कदम को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं। साहू का JLKM में शामिल होना आजसू के लिए एक और झटका माना जा रहा है, क्योंकि हाल के महीनों में कई नेता इस पार्टी को छोड़कर JLKM का दामन थाम चुके हैं।
जयराम महतो, जो 1932 खतियान नीति, स्थानीयता और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं, खासकर कुर्मी और OBC समुदायों में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। साहू जैसे प्रभावशाली नेता का साथ मिलने से JLKM को बड़कागांव और आसपास के क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम 2029 के विधानसभा चुनावों में JLKM के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, खासकर OBC मतदाताओं के बीच, जो झारखंड की आबादी का 15% से अधिक हिस्सा हैं। दूसरी ओर, आजसू पार्टी को अपने पारंपरिक वोट बैंक को बचाने के लिए नई रणनीति बनानी पड़ सकती है।