जमशेदपुर, 9 जुलाई 2025: साकची में 1961 से संचालित महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल, अब बंद हो चुका है। इसने 1.2 करोड़ से अधिक मरीजों का इलाज किया। अब इसकी सभी सेवाएं डिमना चौक के नए अत्याधुनिक अस्पताल भवन में स्थानांतरित हो गई हैं। आज से वहां इमरजेंसी, आईसीयू और पीडियाट्रिक इमरजेंसी सेवाएं शुरू हो गई हैं।
नए अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड रेड, येलो और ग्रीन जोन में विभाजित है, जहां मरीजों की गंभीरता के आधार पर उपचार होगा। प्रवेश द्वार पर तीन विशेष बेड हैं, जहां प्रारंभिक जांच के बाद मरीजों को जोन में भेजा जाएगा। मरीजों को 24 से 72 घंटे तक इमरजेंसी में रखा जाएगा, फिर संबंधित वार्ड में स्थानांतरित किया जाएगा। अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर और सामग्री व्यवस्था सुनिश्चित की है। प्रबंधन का कहना है कि यह बदलाव बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए किया गया है। डिमना का नया भवन अत्याधुनिक उपकरणों और सुव्यवस्थित विभागों से लैस है।
साकची के पुराने परिसर में 500 बेड का नया अस्पताल बन रहा है। पुराने भवनों को तोड़ने का काम शुरू हो चुका है, और डेढ़ साल में यह तैयार होगा। इसमें आधुनिक ओटी, डिजिटल सुविधाएं और उन्नत उपकरण होंगे। यह अस्पताल डिमना के साथ मिलकर कोल्हान में स्वास्थ्य सेवाएं सशक्त करेगा।