रांची, 6 जुलाई 2025: झारखंड के स्कूली बच्चों के लिए खुशखबरी! अब हर शनिवार को बच्चे बिना बस्ते के स्कूल जाएंगे, क्योंकि राज्य सरकार ने ‘बैगलेस डे’ योजना शुरू की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लागू इस पहल का मकसद बच्चों के कंधों से बस्ते का बोझ हटाकर उनकी रचनात्मकता और व्यावहारिक कौशल को निखारना है।
इस योजना के तहत कक्षा 6 से 8 तक के छात्र हर शनिवार को पढ़ाई के बजाय सांस्कृतिक, साहित्यिक और शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। इनमें कला-शिल्प, खेलकूद, योग, नृत्य, बागवानी, और वैज्ञानिक प्रयोग जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। गिरिडीह जिले में 150 स्कूलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है, जिससे करीब 25,000 छात्र लाभान्वित होंगे।
शिक्षा विभाग ने प्रत्येक स्कूल को इन गतिविधियों के लिए 13,000 रुपये का बजट आवंटित किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह योजना बच्चों में तनाव कम करने, उनकी रुचि स्कूल की ओर बढ़ाने और समग्र विकास को बढ़ावा देने में कारगर साबित होगी।
शिक्षकों और अभिभावकों ने इस पहल का स्वागत किया है। एक अभिभावक ने कहा, “बच्चों को किताबों से हटकर कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा, जो उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।” झारखंड सरकार का यह कदम शिक्षा को और आनंददायक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।