हजारीबाग में खासमहाल जमीन विवाद में फंसे IAS विनय चौबे, ACB ने तीसरे मामले में FIR के लिए मांगी अनुमति

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रांची, 1 जुलाई 2025: शराब घोटाले में जेल में बंद निलंबित IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे अब हजारीबाग के खासमहाल जमीन विवाद में भी फंस गए हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने इस मामले में तीसरी FIR दर्ज करने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है। यह मामला खासमहाल की जमीन में कथित हेरफेर और अनुचित लाभ से जुड़ा है। ACB की प्रारंभिक जांच में चौबे और उनके सहयोगियों पर दस्तावेजों में गड़बड़ी के आरोप सामने आए हैं।

विनय चौबे को मई 2025 में शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें फर्जी बैंक गारंटी से 38.44 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान का आरोप है। इसके बाद उनकी संपत्तियों की जांच में आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज हुआ। अब खासमहाल जमीन विवाद ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। ACB ने चौबे के परिवार और करीबियों की संपत्तियों की भी जांच शुरू की है।

ACB के एक अधिकारी ने बताया, “खासमहाल मामले में साक्ष्य मिले हैं। हमने सरकार से FIR की अनुमति मांगी है। जांच पूरी पारदर्शिता के साथ होगी।” चौबे ने शराब घोटाले और अन्य मामलों में झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर कर खुद को निर्दोष बताया है।

विपक्षी दल BJP ने मामले की CBI जांच की मांग की है। BJP नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा, “ACB की कार्रवाई अपर्याप्त है। पूरे मामले की गहराई से जांच के लिए CBI जरूरी है।” चौबे वर्तमान में रांची के बिरसा मुंडा जेल में हैं। सरकार से अनुमति मिलने पर नया मामला दर्ज होने से उनकी कानूनी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।