नई दिल्ली: सिंधु जल संधि को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत को खुली धमकी देते हुए कहा है कि अगर सिंधु जल समझौते को भारत ने एकतरफा तौर पर रद्द करने की कोशिश की, तो पाकिस्तान जंग के लिए तैयार है।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में बोलते हुए भुट्टो ने दावा किया कि भारत ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया है, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है। उन्होंने कहा, “यह समझौता विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुआ था और भारत को इसे मनमाने ढंग से खत्म करने का कोई अधिकार नहीं है। अगर भारत पीछे नहीं हटता तो पाकिस्तान निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार है।”
बिलावल ने चेतावनी दी कि यदि हालात युद्ध तक पहुंचते हैं, तो पाकिस्तान भारत से तीन अतिरिक्त नदियों का पानी भी ‘छीन’ लेगा और उसके पास कुल छह नदियों का नियंत्रण होगा। उन्होंने यहां तक दावा किया कि पाकिस्तान पहले की लड़ाइयों में विजयी रहा है, और भारत द्वारा शुरू किए गए किसी भी संघर्ष में वह फिर से जीत हासिल करेगा।
अपने भाषण में भुट्टो ने भारतीय प्रयासों पर भी निशाना साधा, जिसमें पाकिस्तान को आतंकवाद के पनाहगार के रूप में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को ‘आतंकवादी राष्ट्र’ घोषित करवाने की कोशिश की, IMF से कर्ज रुकवाने का प्रयास किया और अमेरिका व इज़राइल की लॉबी का सहारा लिया, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे।
पाकिस्तानी नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों पर अपने अधिकारों के तहत विभिन्न जल परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिन्हें लेकर पाकिस्तान अक्सर आपत्ति जताता रहा है।
भारत की ओर से अब तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जानकारों का मानना है कि यह बयान सिर्फ राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश है, जिसका ज़मीनी हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है।