मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को नासिक में 13 प्रमुख अखाड़ों के महंतों और पुरोहित संघ के पदाधिकारियों के साथ अहम बैठक के बाद घोषणा की कि आगामी सिंहस्थ कुंभ मेला 31 अक्तूबर 2026 से प्रारंभ होगा। यह आयोजन त्र्यंबकेश्वर, रामकुंड और पंचवटी में ध्वजारोहण के साथ शुभारंभ होगा और 24 जुलाई 2028 को समापन समारोह के साथ समाप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मेला प्रारंभ होने के बाद 29 जुलाई 2027 को नगर प्रदक्षिणा निकाली जाएगी। इसके बाद तीन मुख्य अमृत स्नानों का आयोजन किया जाएगा—पहला स्नान 2 अगस्त 2027, दूसरा 31 अगस्त और अंतिम स्नान 11 सितंबर को नासिक तथा 12 सितंबर को त्र्यंबकेश्वर में संपन्न होगा।
आयोजन के लिए व्यापक तैयारियाँ
फडणवीस ने जानकारी दी कि इस भव्य धार्मिक आयोजन के लिए 4,000 करोड़ रुपये की लागत वाले विकास कार्यों की निविदाएं जारी कर दी गई हैं। इसके अतिरिक्त, 2,000 करोड़ रुपये के अन्य कार्यों के लिए भी निविदा प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। इन परियोजनाओं में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), गोदावरी नदी की सफाई और साधुग्राम के लिए भूमि अधिग्रहण जैसी योजनाएँ शामिल हैं।
संरक्षक मंत्री के चयन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब तक नासिक जिले के संरक्षक मंत्री का निर्णय नहीं हो पाया है। महायुति गठबंधन के तीन घटक दलों—भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस—के बीच सहमति न बन पाने के कारण यह पद अभी रिक्त है। फडणवीस ने कहा कि कुंभ मंत्री गिरीश महाजन अन्य नेताओं के साथ समन्वय में कार्य कर रहे हैं और संरक्षक मंत्री की अनुपस्थिति से प्रशासनिक कामकाज प्रभावित नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि कुंभ जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन को राजनीतिक बहसों से दूर रखा जाए।
नासिक तैयार हो रहा है भव्य आयोजन के लिए
मुख्यमंत्री की बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। शहर की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने, यातायात और स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर बनाने तथा श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार तेज़ी से कार्य कर रही है। सिंहस्थ कुंभ मेला, जो हर 12 वर्षों में एक बार आयोजित होता है, नासिक के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है और इसे भव्यता से संपन्न करने की तैयारी चल रही है।