लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी गुरुवार को बिहार दौरे पर पटना पहुंचे। दरभंगा में NSUI द्वारा आयोजित ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उन्होंने पटना के लोदीपुर स्थित सिटी सेंटर मॉल के INOX थिएटर में ‘फुले’ फिल्म देखने का कार्यक्रम बनाया। यह फिल्म समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के जीवन पर आधारित है और इसका शो दोपहर 2:20 बजे से शाम 5:20 बजे तक तय था।
इस विशेष शो के लिए 400 टिकटों की बुकिंग की गई थी और इंट्री पास भी वितरित किए गए थे। लेकिन जब बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस समर्थक मॉल पहुंचे, तो टिकट और पास होने के बावजूद उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। इससे लोगों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया।
पुलिस और प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद”, “पुलिस की मनमानी नहीं चलेगी” और “राहुल गांधी ज़िंदाबाद” जैसे नारे मॉल परिसर में गूंजने लगे। लोगों का कहना था कि उनके पास वैध टिकट और पास थे, फिर भी पुलिस ने उन्हें जबरन रोका और धक्कामुक्की की।
कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि सिर्फ कांग्रेस के वरीय नेताओं को ही अंदर जाने दिया गया, जबकि आम कार्यकर्ताओं और सामाजिक प्रतिनिधियों को प्रवेश से वंचित कर दिया गया। एक कार्यकर्ता ने कहा, “हम चमार रेजिमेंट से हैं, हमारे पास टिकट और पास दोनों हैं, फिर भी हमें क्यों नहीं अंदर जाने दिया जा रहा है?”
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कई लोग टिकट का पैसा वापस करने की मांग करने लगे। पुलिस प्रशासन के खिलाफ गुस्से में लोग लगातार नारे लगाते रहे। भीड़ में कुछ लोग बुके लेकर राहुल गांधी से मिलने की उम्मीद में आए थे, लेकिन अंदर न जा पाने से वे भी निराश हो गए।
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक व्यवस्था और आयोजन की तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि अगर आम जनता को मूवी देखने की अनुमति नहीं थी तो फिर टिकट और पास क्यों बांटे गए?