भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध जैसे हालात केवल सीमाओं पर हथियारों से नहीं लड़े जा रहे, बल्कि अब यह लड़ाई सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी लड़ी जा रही है। पाकिस्तान जहां एक ओर सैन्य मोर्चे पर विफल हो रहा है, वहीं दूसरी ओर वह झूठे दुष्प्रचार और प्रोपेगेंडा के सहारे अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रहा है।
सोशल मीडिया बना पाकिस्तान का नया हथियार
हालिया घटनाओं में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भ्रमित करने के लिए सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफार्म का भरपूर इस्तेमाल किया। वह भारत के खिलाफ न सिर्फ फर्जी वीडियो और तस्वीरें साझा करता रहा, बल्कि भारत पर झूठे आरोप लगाकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन पाने की कोशिश करता रहा।
भारत सरकार का करारा जवाब: हर झूठ का रियल टाइम फैक्ट चेक
पाकिस्तान के इन प्रयासों को विफल करने के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सक्रिय भूमिका निभाई। मंत्रालय की टीम ने 24 घंटे रियल टाइम फैक्ट चेक कर पाकिस्तान के झूठ को न सिर्फ उजागर किया, बल्कि सोशल मीडिया पर सच्चाई साझा कर दुनिया के सामने पाकिस्तानी दुष्प्रचार की पोल खोली।
सीधे युद्ध से डरता पाकिस्तान, करता है छद्म हमला
भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सीधे युद्ध लड़ने से कतराता है। 10 मई को हरियाणा के सिरसा में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान की फतेह-1 मिसाइल को मार गिराया। यह मिसाइल न केवल भारत की सुरक्षा व्यवस्था की सफलता दर्शाती है, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य अक्षमता को भी उजागर करती है।
बार-बार विफल हुई पाकिस्तान की मिसाइलें
भारत ने यह भी बताया कि फतेह-1 मिसाइल कई बार विफल हो चुकी है—कभी रास्ता भटक गई, कभी लॉन्च ही नहीं हो पाई, तो कभी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह पाकिस्तान की तथाकथित ‘स्वदेशी तकनीक’ की सच्चाई को सामने लाता है।
गलत लॉन्च से गुरुद्वारे को नुकसान
एक मामले में पाकिस्तान ने इतनी लापरवाही दिखाई कि उसकी मिसाइल एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारे पर जा गिरी। इस घटना ने पाकिस्तान की सैन्य लापरवाही को उजागर किया। 2022 और 2024 के दौरान भी ऐसे कई परीक्षण हादसों का शिकार हुए।
पाकिस्तानी सेना और मीडिया: झूठ का गठजोड़
भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सेना और अधिकारी अपने नागरिकों को गुमराह करने के लिए सोशल मीडिया पर झूठे वीडियो और दावे करते हैं। कभी भारतीय एयरबेस के तबाह होने की बात फैलाई जाती है, तो कभी पुराने वीडियो को नया बताकर पेश किया जाता है।
झूठ का जवाब सच्चाई से
चाहे वह भारतीय पायलट शिवानी सिंह को पकड़ने का झूठा दावा हो, या साइबर हमले में भारत के बिजली ग्रिड के फेल होने की अफवाह—हर बार पाकिस्तान को भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब मिला है। भारत की सरकार ने हर स्तर पर पाकिस्तान के झूठ की सच्चाई सामने रखी और उसके प्रचार अभियान को नाकाम किया।