नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई, जिसमें मुख्य रूप से पहलगाम में हुए आतंकी हमले और जातिगत जनगणना पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार की सुरक्षा नीति पर सवाल खड़े किए और पहलगाम हमले को सुरक्षा में गंभीर चूक बताया।
खरगे का तीखा हमला
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कांग्रेस ने 24 अप्रैल को ही कार्यसमिति की बैठक में आतंकियों को सबक सिखाने में सरकार को पूरा सहयोग देने की बात कही थी, लेकिन दस दिन बीतने के बाद भी कोई स्पष्ट रणनीति सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा, “देश की जनता सरकार की कार्रवाई का इंतजार कर रही है।”
विपक्ष सरकार के साथ
खरगे ने जोर देकर कहा कि जब देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा की बात आती है तो पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा होता है। उन्होंने कहा, “हमने दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत आतंकी हमलों के खिलाफ एकजुट है।” कार्यसमिति ने हमले में मारे गए 26 लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और उनके साथ खड़े होने की बात दोहराई।
राजनीति नहीं, राष्ट्रीय एकता की घड़ी
कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि एकजुटता का है। पार्टी ने कहा कि राजनीतिक मतभेद भुलाकर पूरा देश एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा हो। यह राष्ट्रीय संकल्प दिखाने का समय है।
पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत
प्रस्ताव में पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की मांग की गई। कांग्रेस ने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह रणनीतिक स्पष्टता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करे। पार्टी ने पीड़ित परिवारों को दीर्घकालिक नैतिक व संस्थागत सहायता देने की भी मांग की।
सुरक्षा में चूक की जांच हो
CWC ने पहलगाम जैसे अति-सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र में आतंकी घटना को गहरी सुरक्षा चूक बताया और उस पर समयबद्ध जांच तथा जवाबदेही तय करने की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि देश को यह जानने का अधिकार है कि चूक कहां हुई और दोषी कौन है।
10 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं
बैठक के बाद भूपेश बघेल ने बताया कि आतंकियों ने पीड़ितों से धर्म पूछकर गोली चलाई, जो अत्यंत चिंताजनक है। वहीं, चरणजीत सिंह चन्नी ने सवाल उठाया कि हमले के दस दिन बाद भी केंद्र सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक ने स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकी हमलों पर देश को एकजुट रहकर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। पार्टी ने सरकार से पारदर्शिता, जवाबदेही और निर्णायक कदम की मांग की है।