नई दिल्ली: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 513 महिला सांसद और विधायक हैं, जिनमें से 512 ने चुनावी हलफनामे दाखिल किए हैं। इन हलफनामों के विश्लेषण से सामने आया है कि 28% यानी 143 महिला सांसदों और विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
गंभीर आपराधिक मामलों में भी महिलाएं शामिल
रिपोर्ट के अनुसार, 75 लोकसभा महिला सांसदों में से 24, 37 राज्यसभा महिला सांसदों में से 10 और 400 महिला विधायकों में से 109 ने स्वयं पर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। इनमें से कई पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप भी हैं। विशेष रूप से, 14 लोकसभा सांसद, 7 राज्यसभा सांसद और 57 महिला विधायक गंभीर आपराधिक मामलों में लिप्त पाई गई हैं।
अरबपति महिला जनप्रतिनिधि
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि 17 महिला सांसदों और विधायकों ने खुद को अरबपति घोषित किया है। इनमें लोकसभा की 6, राज्यसभा की 3 और विभिन्न राज्य विधानसभाओं की 8 महिलाएं शामिल हैं। कुल मिलाकर इन महिला प्रतिनिधियों की घोषित संपत्ति 10,417 करोड़ रुपये है, यानी औसतन प्रत्येक महिला की संपत्ति लगभग 20.34 करोड़ रुपये बैठती है।
राजनीतिक दलों में अपराध का अनुपात
राजनीतिक दलों की बात करें तो भाजपा के पास सबसे अधिक 217 महिला सांसद-विधायक हैं, जिनमें से 23% पर आपराधिक और 11% पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। कांग्रेस की 83 महिला प्रतिनिधियों में से 34% पर आपराधिक तथा 20% पर गंभीर आरोप हैं।
टीडीपी और ‘आप’ में सर्वाधिक आपराधिक रिकॉर्ड
टीडीपी की 20 महिला विधायकों में से 65% पर आपराधिक और 45% पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी की 13 महिला विधायकों में से 69% आपराधिक मामलों और 31% गंभीर मामलों में लिप्त हैं।
शिक्षा स्तर भी उजागर
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो 71% महिला सांसद-विधायक स्नातक या उच्च शिक्षित हैं। 24% ने कक्षा 5 से 12वीं तक की पढ़ाई की है, जबकि 12 महिलाओं के पास डिप्लोमा है। अन्य 12 ने खुद को केवल साक्षर बताया है।
यह रिपोर्ट महिला नेतृत्व की सशक्तता के साथ-साथ राजनीति में बढ़ते अपराधीकरण पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।