“शिक्षा संस्कार का मंदिर है” – समाजसेवी संजीव बेदिया
“सकारात्मक सोच, माता-पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद सफलता की कुंजी है” – कुलाधिपति बी. एन. साह
रामगढ़, झारखंड | दिनांक: 29 अप्रैल 2025 (मंगलवार): राधा गोविंद विश्वविद्यालय, रामगढ़ के सेमिनार हॉल में एक भव्य एवं गरिमामय स्वागत-अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के नवनिर्मित शैक्षणिक सत्र का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों, शिक्षकों व अतिथियों के सम्मान हेतु समर्पित था।
परंपरा और संस्कृति से सजा स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड की लोक संस्कृति को समर्पित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुई। विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स एवं छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक गीतों, नृत्य एवं पुष्प वर्षा द्वारा आगंतुक अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया।
सभी अतिथियों का सम्मान पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया। इसके उपरांत दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
उपस्थित विशिष्ट अतिथि
समारोह में विशिष्ट रूप से उपस्थित रहे –
• मुख्य अतिथि: समाजसेवी संजीव बेदिया
• अध्यक्षता: कुलाधिपति बी. एन. साह
• विशिष्ट अतिथि:
सचिव-प्रियंका कुमारी
प्रति कुलपति-डॉ. रश्मि
कुलसचिव-डॉ. निर्मल कुमार मंडल
वित्त एवं लेखा पदाधिकारी-डॉ. संजय कुमार
परीक्षा नियंत्रक-डॉ.अशोक कुमार
प्रबंध समिति के सदस्य-अजय कुमार,गौरव कुमार
अन्य गणमान्य-संतोष कुमार,शंकर कुमार,बिट्टू कुमार एवं पीयूष जी
विचारों की प्रेरणादायक अभिव्यक्ति
कुलाधिपति बी. एन. साह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा,
“सफलता की राह में सकारात्मक सोच, माता-पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद अत्यंत आवश्यक है। शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि यह मनुष्य के भीतर विवेक, अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा करती है।”
मुख्य अतिथि संजीव बेदिया ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा,
“शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि संस्कारों का मंदिर है। यह ऐसा मंच है जहाँ नैतिकता, अनुशासन और संस्कृति का समावेश होता है। सफलता प्राप्त करने के लिए समय प्रबंधन, अनुशासन और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं।”
उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों को जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने, नियमित अभ्यास और सकारात्मक संगति बनाए रखने की सलाह दी।
इसके उपरांत बेदिया ने विश्वविद्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
स्वागत व संचालन
कार्यक्रम का स्वागत भाषण परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार ने दिया। उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों, प्रबंध समिति, संकाय सदस्यगण एवं छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया।
विश्वविद्यालय की सचिव प्रियंका कुमारी ने मुख्य अतिथि एवं उपस्थित जनसमूह के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि-
“हमारा लक्ष्य विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ मूल्य आधारित जीवन के लिए तैयार करना है।”
कार्यक्रम का मंच संचालन अत्यंत आकर्षक एवं संयोजित रूप से शिक्षा विभाग के डॉ. रंजना पांडेय एवं डॉ. अमरेश कुमार पाण्डेय ने किया।
सजीव उपस्थिति
इस गरिमामयी अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। पूरा परिसर उत्साह, उमंग और सजीवता से परिपूर्ण रहा।