भारत ने दूसरी एशियाई योगासन चैंपियनशिप में रचा इतिहास, जीते 83 स्वर्ण पदक

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भारत ने दूसरी एशियाई योगासन खेल चैंपियनशिप में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड 83 स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल 84 पदक जीते और टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान हासिल किया।

25 अप्रैल से दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव परिसर में आयोजित इस भव्य प्रतियोगिता में जापान, मंगोलिया, नेपाल, श्रीलंका, उज्बेकिस्तान समेत 21 से अधिक देशों ने भाग लिया। भारत ने अपने अद्वितीय प्रदर्शन से सभी देशों को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि जापान ने तीन स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। मंगोलिया, ओमान और नेपाल शीर्ष पांच देशों में शामिल रहे। उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, कजाकिस्तान और भूटान जैसे देशों ने भी सराहनीय प्रदर्शन किया।

पदक तालिका:

भारत – 83 स्वर्ण, 3 रजत, 1 कांस्य

जापान – 3 स्वर्ण, 3 रजत, 4 कांस्य

मंगोलिया – 1 स्वर्ण, 11 रजत, 6 कांस्य

ओमान – 1 स्वर्ण, 3 रजत, 7 कांस्य

नेपाल – 27 रजत, 12 कांस्य

आज आयोजित हुए समापन समारोह में कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा, दिल्ली के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अजय चौधरी तथा एशियाई और विश्व योगासन महासंघों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। समारोह बेहद भव्य और उत्साहपूर्ण रहा।

इस अवसर पर एशियाई योगासन महासंघ के अध्यक्ष डॉ. संजय मालपानी ने कहा, “योगासन केवल शरीर को ही मजबूत नहीं बनाता, बल्कि मानसिक और आत्मिक शक्ति भी प्रदान करता है। इस तरह के आयोजन योग के महत्व को विश्वभर में प्रसारित करने का माध्यम बनते हैं।”

भारतीय योगासन महासंघ के अध्यक्ष श्री उदित शेठ ने कहा, “मुझे भारतीय राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन पर अत्यंत गर्व है। हमारे खिलाड़ियों ने अनुशासन, समर्पण और प्रतिभा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।”

भारत के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने न केवल पदकों की झड़ी लगा दी, बल्कि योगासन को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।