बिहार के नव नियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने रविवार की शाम पटना के ऐतिहासिक महावीर मंदिर में विधिवत दर्शन और पूजा-अर्चना की। भगवान हनुमान जी के इस प्राचीन मंदिर में राज्यपाल की उपस्थिति ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में खासा उत्साह भर दिया।
राज्यपाल बनने से पूर्व आरिफ मोहम्मद खान केरल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे और हाल ही में उन्हें बिहार की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके इस धार्मिक दौरे को लोगों ने आस्था, समरसता और सौहार्द का प्रतीक माना।
महावीर मंदिर में विधिवत पूजा
पटना जंक्शन के पास स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर में राज्यपाल ने पूरे विधि-विधान के साथ भगवान हनुमान की पूजा की। उन्होंने मंदिर के पुजारियों के साथ मिलकर आरती में भाग लिया और कुछ समय मंदिर परिसर में व्यतीत किया। इस दौरान उन्होंने बिहार की समृद्धि, शांति और जनकल्याण की प्रार्थना की।
मंदिर के पुजारियों ने राज्यपाल को प्रसाद और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। श्रद्धालुओं ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके इस भाव को गहराई से सराहा।
राज्यपाल ने क्या कहा?
मीडिया से बात करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा:
“महावीर मंदिर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह स्थान आस्था, श्रद्धा और शक्ति का प्रतीक है। मैंने बिहार के लोगों की खुशहाली और राज्य के विकास के लिए प्रार्थना की है।”
उन्होंने बिहार के गौरवशाली इतिहास और यहां के लोगों की ऊर्जा की भी सराहना की और कहा कि यह भूमि उन्हें गहराई से प्रेरित करती है। उन्होंने मंदिर की बेहतरीन व्यवस्था और श्रद्धालुओं की भक्ति की भी प्रशंसा की।
300 साल पुराना है महावीर मंदिर
महावीर मंदिर लगभग 300 वर्ष पुराना है और उत्तर भारत के प्रमुख हनुमान मंदिरों में से एक है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और परोपकारी कार्यों के लिए भी जाना जाता है।
रामनवमी और अन्य त्योहारों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। मंदिर की सक्रियता और जनसेवा की भावना इसे खास बनाती है।
बिहार के विकास के लिए समर्पण
पूजा के उपरांत राज्यपाल ने एक बार फिर बिहार के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा:
“मैं बिहार की जनता की सेवा और उनके कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा। बिहार के लोग पूरे देश को चला रहे हैं और उनकी क्षमता इस राज्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”
राज्यपाल का यह दौरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि राज्य के लिए एक सकारात्मक और प्रेरणादायक संदेश भी लेकर आया।