पश्चिम बंगाल में रविवार, 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी का पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। हालांकि, शाम को कोलकाता के पार्क सर्कस सेवन पॉइंट क्षेत्र में एक कथित हमले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो साझा किए हैं।
बीजेपी सांसद के आरोप
सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “रामनवमी जुलूस के लौटते वक्त पार्क सर्कस सेवन पॉइंट इलाके में हिंदू श्रद्धालुओं पर सुनियोजित हमला किया गया। भगवा ध्वज ले जा रहे वाहनों पर पत्थरों की बारिश की गई, उनकी विंडशील्ड तोड़ी गई और इलाके में अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की गई। यह कोई संयोग नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित हिंसा थी। और पुलिस? वह मूक दर्शक बनी रही। ममता बनर्जी की प्रशासनिक मशीनरी तुष्टिकरण की राजनीति में जकड़ी हुई है।”
“बंगाली हिंदुओं की एकता से डगमगाई सरकार”
उन्होंने आगे लिखा, “रामनवमी पर बंगाली हिंदुओं की एकजुटता और तेजस्वी गर्जना ने सत्ता के गलियारों को हिला दिया है। ममता बनर्जी की प्रिय ‘शांति वाहिनी’ अब घबराई हुई है। यह तो महज़ शुरुआत है। हम कोलकाता से संकल्प लेते हैं कि अगले वर्ष और भी विशाल, ऊर्जावान और प्रभावशाली रामनवमी शोभायात्रा निकाली जाएगी। और जो पुलिस आज चुप रही, वही कल हम पर पुष्पवर्षा करेगी।”
कोलकाता पुलिस की प्रतिक्रिया
कोलकाता पुलिस ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्क सर्कस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की रैली के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस के अनुसार, कुछ वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की गई और स्थिति को नियंत्रित किया गया। पुलिस ने जांच आरंभ कर दी है और नागरिकों से आग्रह किया है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें।
इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है। एक ओर जहाँ बीजेपी इसे समुदाय विशेष पर हमला बता रही है, वहीं पुलिस इसे अफवाह बताते हुए संयम बरतने की अपील कर रही है।