लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब भी वह सदन में अपनी बात रखने के लिए खड़े होते हैं, तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। उन्होंने सवाल उठाया कि “मैं नहीं जानता कि सदन किस प्रकार चल रहा है।”
दरअसल, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को सदन की मर्यादा और आचरण का पालन करने की नसीहत दी थी। इसके बाद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें संसद में बोलने से रोका जा रहा है।
लोकतंत्र में विपक्ष की कोई जगह नहीं: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, “संसद में एक परंपरा है कि नेता प्रतिपक्ष को बोलने दिया जाता है, लेकिन जब भी मैं खड़ा होता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता।” उन्होंने आगे कहा कि वह शांति से बैठे थे और पिछले 7-8 दिनों से उन्हें बोलने नहीं दिया गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष, दोनों की भूमिका होती है, लेकिन “यहां केवल सरकार की ही जगह है, विपक्ष की कोई जगह नहीं है।”
महाकुंभ पर अपनी बात नहीं रखने दी गई
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ मेले पर दिए गए वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने महाकुंभ मेले के बारे में बात की, जिसमें मैं अपनी बात जोड़ना चाहता था। मैं कहना चाहता था कि यह बहुत अच्छी परंपरा है, लेकिन मैं बेरोजगारी पर भी कुछ कहना चाहता था।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने महाकुंभ में आए युवाओं की रोजगार संबंधी मांगों पर कोई बात नहीं की। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि प्रधानमंत्री ने महाकुंभ के दौरान दिवंगत हुए लोगों को श्रद्धांजलि नहीं दी।
“यह न्यू इंडिया है”
राहुल गांधी ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा, “लोकतंत्र में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का अधिकार दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां हमें बोलने नहीं दिया जा रहा। यही न्यू इंडिया है।”