केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में जोरदार भाषण दिया। उन्होंने कहा कि वह जमाना चला गया जब वोट बैंक खोने के डर से आतंकी घटनाओं पर सॉफ्ट एप्रोच अपनाया जाता था। मोदी सरकार में जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और उत्तर-पूर्व के उग्रवाद के प्रति “ज़ीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई गई है। शाह ने दो टूक कहा कि “आतंकियों को देखते ही हम उनके माथे पर गोली मारते हैं।”
चार दशकों में 92 हजार नागरिकों की शहादत
अमित शाह ने अपने भाषण में बताया कि इन तीन प्रमुख समस्याओं के कारण पिछले 40 वर्षों में 92 हजार नागरिकों ने अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा कि ये समस्याएँ नासूर बन चुकी थीं, जिन्हें खत्म करने के लिए पूर्व की सरकारों ने कोई ठोस प्रयास नहीं किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने ठोस रणनीति बनाकर इस खतरे का उन्मूलन किया।
अमेरिका-इजरायल के बाद भारत बना तीसरा देश
गृह मंत्री ने गर्व से कहा कि अब भारत भी अमेरिका और इजरायल की तरह आतंकियों का सफाया पड़ोसी देश में घुसकर करता है। उरी और पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने 10 दिनों के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद बदला कश्मीर
शाह ने जम्मू-कश्मीर का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद युवाओं का आतंकियों से जुड़ाव खत्म हो गया है। उन्होंने बताया कि
• पहले आतंकियों के जनाजों में भीड़ उमड़ती थी, लेकिन अब उन्हें चुपचाप दफना दिया जाता है।
• जो सरकारी सुविधाओं का लाभ लेते थे, उन आतंकियों के रिश्तेदारों को भी सरकारी पदों से हटा दिया गया।
• कश्मीर में 33 साल बाद सिनेमाघर खुले और ताजिया जुलूस को अनुमति दी गई।
“दो निशान, दो प्रधान, दो विधान” का युग खत्म
गृह मंत्री ने स्पष्ट कहा कि अब देश में “दो निशान, दो प्रधान और दो विधान” नहीं रहेंगे। उन्होंने 5 अगस्त 2019 को एक राष्ट्र, एक संविधान और एक प्रधानमंत्री का नया दौर शुरू होने की घोषणा की।
कश्मीर में जी20 से बदली तस्वीर
शाह ने कहा कि जी20 सम्मेलन के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों ने कश्मीर का बदला हुआ स्वरूप देखा। उन्होंने वहाँ की संस्कृति, व्यंजन और सुंदरता का आनंद लिया। 2015 में मोदी सरकार ने 80,000 करोड़ रुपये की 63 परियोजनाओं की शुरुआत की, जिनके सकारात्मक परिणाम आज सबके सामने हैं।
“हम आतंकियों को सपने में भी देखेंगे तो मार देंगे”
शाह ने अपने भाषण के अंत में विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा,
“जो लोग काले चश्मे पहनकर आँखें मूंदे बैठे हैं, उन्हें कैसे सच्चाई दिखाई जा सकती है? अगर आपकी नजर में आतंकी हैं, तो आपको सपने में भी वही दिखेंगे। हम तो आतंकियों को देखते ही दो आँखों के बीच में गोली मारते हैं।”