गोला में असामाजिक तत्वों ने विद्यालय की संपत्तियों को किया क्षतिग्रस्त, प्रबंधन में गहरी नाराजगी

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रामगढ़: होली की छुट्टियों के दौरान असामाजिक तत्वों ने गोला स्थित एसएस प्लस टू हाई स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की। बदमाशों ने स्कूल परिसर में सप्लाई पानी के पाइप, दिव्यांग बच्चों के लिए बनाए गए चढ़ने वाले रेलिंग, मध्याह्न भोजन के लिए पानी की टंकी भरने वाले पाइप को क्षतिग्रस्त कर दिया। यही नहीं, खेल मैदान में बने बच्चों के चेंजिंग रूम में मौजूद सभी सुविधाओं को भी नष्ट कर दिया गया। इस प्रकार की घटनाओं से विद्यालय प्रबंधन में गहरी नाराजगी है और उन्होंने प्रशासन से कठोर कार्रवाई की माँग की है।

विद्यालय प्रशासन की नाराजगी और चिंता

विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि जब से विद्यालय के आम रास्ते को बंद किया गया है, कुछ असामाजिक तत्व इसे सहन नहीं कर पा रहे हैं और बार-बार नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन ने बताया कि पूर्व में भी विद्यालय की बाउंड्री पर अवैध रूप से कई गेट लगाए गए थे, जिससे विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण की घटनाएँ होती रहीं। यहाँ तक कि राष्ट्रगान के प्रति भी अपमानजनक रवैया अपनाया जाता था। जब राष्ट्रगान के दौरान विद्यालय के शिक्षकों ने लोगों को इसे सम्मान देने के लिए रोका, तो उन्हें धमकी दी गई और गाली-गलौज की गई।

विद्यालय प्रशासन के अनुसार, गेट लगाए जाने के बाद विद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है। अब बच्चों के साथ छेड़छाड़ और अन्य असुरक्षित घटनाओं में कमी आई है। बच्चे स्वतंत्र रूप से खेल मैदान में घूम सकते हैं और बिना किसी भय के अपना भोजन कर सकते हैं। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों को यह बदलाव स्वीकार नहीं हो रहा है, जिससे वे विद्यालय की संपत्तियों को नुकसान पहुँचाकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।

विद्यालय के विकास कार्यों पर प्रभाव

विद्यालय प्रबंधन ने जानकारी दी कि निकट भविष्य में विद्यालय में 12 नए कमरों और एक इनडोर स्टेडियम के निर्माण की योजना बनाई गई है, जिसके लिए भूमि की तलाश जारी है। इसके अलावा, विद्यालय के पुराने भवन की मरम्मत, खेल मैदान के सामने बाउंड्री वॉल का निर्माण और एक साइकिल स्टैंड की स्थापना भी प्रस्तावित है। लेकिन लगातार हो रही तोड़फोड़ की घटनाओं से विद्यालय प्रबंधन चिंतित है, क्योंकि इससे न केवल विद्यार्थियों की सुरक्षा प्रभावित हो रही है बल्कि विद्यालय के विकास कार्यों पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।

प्रशासन से की गई कार्रवाई की माँग

विद्यालय प्रबंधन और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस विषय पर कड़ी कार्रवाई करने की माँग की है। उनका कहना है कि यदि ऐसे असामाजिक तत्वों पर जल्द अंकुश नहीं लगाया गया, तो विद्यालय में शिक्षा का माहौल प्रभावित होगा और विद्यार्थियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप कर दोषियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

विद्यालय प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक इस विषय पर एकजुट हैं और जल्द से जल्द सख्त कदम उठाए जाने की माँग कर रहे हैं, ताकि विद्यालय में शिक्षा का माहौल बना रहे और विद्यार्थियों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।