राधा गोविंद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता ‘हिंदी : एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज’ विषय पर आधारित थी जिसमें सभी छात्र-छात्राओं ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई और विषय आधारित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। प्रतियोगिता में चंद्रशेखर को प्रथम, सुधा को द्वितीय और किशोर को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। अन्य विद्यार्थियों में निशा, यशोदा, गायत्री, छाया, पुष्पा, अंचला ने भी अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बैजनाथ साह ने इस अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति और विरासत का प्रतीक है। यह विश्व भर के हिंदी भाषियों को जोड़ने का माध्यम है। राधा गोविंद शिक्षा स्वास्थ्य ट्रस्ट की सचिव प्रियंका कुमारी ने कहा कि विश्व हिंदी दिवस न केवल हिंदी भाषा को रेखांकित करता है बल्कि यह हिंदी भाषियों को अपनी भाषा पर गर्व करने का अवसर भी देता है। प्रति कुलपति महोदया डॉ. रश्मि ने भी इस अवसर पर सभी को बधाई दी और कहा कि हमें हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान करने का संकल्प लेना चाहिए ताकि हिंदी भाषा विश्व स्तर पर अपनी पहचान और मजबूत कर सके। कुलसचिव डॉ निर्मल कुमार मंडल ने कहा कि विश्व हिंदी दिवस हिंदी भाषा की महत्ता को समझने और उसे वैश्विक पहचान दिलाने का अवसर है। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ मनमीत कौर ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति और परंपराओं का परिचायक है। इसे विश्व भर में फैलाकर सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया जाना चाहिए। हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अंजनी कुमार मिश्रा ने कहा कि हिंदी विश्वभर के हिंदी भाषियों और भारतीय मूल के लोगों को आपस में जोड़ने का माध्यम है।
मौके पर विश्वविद्यालय के वित्त एवं लेखा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशोक कुमार, प्रबंध समिति के सदस्य अजय कुमार, विभाग के अन्य व्याख्यातगण एवं छात्र- छात्राएं उपस्थित थे