केंद्रीय मंत्री अमित शाह और जे. पी. नड्डा की मौजूदगी में बुधवार को NDA नेताओं की मीटिंग हुई। इसमें महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव में मिली सफलता की बात की साथ ही आगे भी समन्वय के साथ कैसे आगे बढ़ना है इस पर बात हुई। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शाह की तरफ से सहयोगी दलों के नेताओं को बताया गया कि कैसे उनके बयान को कांग्रेस गलत तरीके से पेश कर रही है।
‘कांग्रेस के मुद्दों में न उलझें’
बैठक में चर्चा हुई कि विपक्ष आंबेडकर का मुद्दा गलत उठ रहा है और कांग्रेस के उठाए मुद्दों पर न भटकें बल्कि काम करने और सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ने पर फोकस करें। शाह की तरफ से कहा गया कि कांग्रेस उलझाने की कोशिश कर रही है और उसके मुद्दों में न उलझें। साथ ही दोहराया कि कैसे कांग्रेस और उसकी सरकारें संविधान का उल्लंघन करती रही हैं। बैठक में NDA के भीतर और बेहतर समन्वय पर बात हुई। चर्चा हुई कि एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री अलग-अलग सांसदों के साथ समन्वय करेंगे। इस तरह अलग-अलग ग्रुप बनेंगे जो लगातार संपर्क में रहेंगे और उनके मुद्दे सुनेंगे और समाधान करेंगे।
विपक्ष के हमले का मिलकर देंगे जवाब
सरकार की नीतियों को कैसे लोगों तक पहुंचाना है इस पर भी बात हुई। यह भी तय हुआ कि नियमित अंतराल पर आगे भी NDA के नेता मिलते रहेंगे। यह भी सहमति बनी कि विपक्ष के किसी भी अटैक का जवाब NDA के नेता एक सुर में देंगे। बैठक में TDP नेता चंद्रबाबू नायडू, शिवसेना के प्रताप राव जाधव, JDU के राजीव रंजन, JDS से एचडी कुमारस्वामी, निषाद पार्टी से संजय निषाद, ‘हम’ से जीतन राम मांझी, अपना दल से अनुप्रिया पटेल भी शामिल रहीं