मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रियों की शपथ के 26 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे विभागों का बंटवारा कर दिया। विभागों के बंटवारा में लेट होने का कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की कथित चिट्ठी को बताया जा रहा है।
सीएम ने अपने पास, गृह, कार्मिक प्रशासनिक सुधर के साथ-साथ पथ और भवन निर्माण मंत्रालय अपने पास रहा है। वहीं, कांग्रेस कोटे से मंत्री बने राधा कृष्ण किशोर को वित्त, वाणिज्य आदि विभाग दिया गया है। पिछली बार भी कांग्रेस के पास ही वित्त विभाग था।
हेमंत सोरेन
• कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग
गृह (कारा सहित) विभाग
• पथ निर्माण विभाग
• भवन निर्माण विभाग
• मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (संसदीय कार्य छोड़कर), इसके अतिरिक्त सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं है।
राधा कृष्ण किशोर
• वित्त विभाग
• वाणिज्य कर विभाग
• योजना एवं विकास विभाग
• संसदीय कार्य विभाग
दीपक बिरुआ
• राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग
• परिवहन विभाग
चमरा लिंडा
• अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण (अल्पसंख्यक कल्याण को छोड़कर) विभाग
संजय प्रसाद यादव
• श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग
• उद्योग विभाग
रामदास सोरेन
• स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
• निबंधन विभाग
इरफान अंसारी
• स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग
• खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग
आपदा प्रबंधन विभाग
हफीजुल हसन
• जल संसाधन विभाग
• अल्पसंख्यक कल्याण विभाग
दीपिका पांडे सिंह
• ग्रामीण विकास विभाग
• ग्रामीण कार्य विभाग
• पंचायती राज विभाग
योगेंद्र प्रसाद
• पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग
सुदिव्य कुमार
• नगर विकास एवं आवास विभाग
• उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
• पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवाकार्य विभाग
शिल्पी नेहा तिर्की
• कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग
कांग्रेस कोटे से जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, छत्तरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर और मांडर से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की मंत्री बनी हैं। इरफान अंसारी हेमंत सोरेन की पिछली कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री थे। जबकि, दीपिका पांडे सिंह कृषि मंत्री थीं। पार्टी ने राधाकृष्ण किशोर और शिल्पी नेहा को पहली बार मंत्री बनाया है।
झारखंड सरकार में राजद ने अपने यादव वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। पार्टी ने अपने कोटा से गोड्डा विधायक संजय यादव को मंत्री बनाया है। वह लालू यादव के काफी भरोसेमंद हैं। बिहार चुनाव को देखते हुए संजय यादव का मंत्री बनना राजद के लिए फायदेमंद है। यादव 15 साल बाद चुनाव जीते हैं। इससे पहले वह 2009 में गोड्डा से राजद के टिकट पर ही जीते थे। अभी पार्टी के प्रदेश महासचिव हैं।