राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- संविधान हमारे देश का सबसे पवित्र ग्रंथ

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संविधान अपनाने के 75 साल पूरे होने के मौके पर पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी समेत सांसद इसमें शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ”संविधान हमारे देश का सबसे पवित्र ग्रंथ है. भारत लोकतंत्र की जननी है. संविधान मेघावी लोगों की देन है. राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी एकसाथ हैं. ”

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ”नारी शक्ति वंदन अधिनियम के साथ नए युग की शुरुआत की गई है. आज अग्रणी अर्थव्यवस्था होने के साथ साथ हमारा देश विश्वबंधु की भूमिका भी निभा रहा है. ”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान दिवस पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ”पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने समाज के सभी वर्गों, खासकर कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं. गरीबों को अपना घर मिल रहा है और देश में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है.”