महापर्व छठ की तैयारियां जोरों पर हैं, मंगलवार को नहाय-खाय के साथ पर्व की शुरुआत हो जाएगी. इस बीच छठ व्रतियों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है कि इस बार फलों के दाम अपने न्यूनतम स्तर पर हैं. छठ में इस्तेमाल होने वाले सभी फल इस बार भी बाजार में महंगे नहीं हैं.
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर फल बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है, रामगढ़ के विभिन्न फल बाजारों में छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाले सभी तरह के फल उपलब्ध हैं. महापर्व छठ में फलों का बहुत महत्व है, यही वजह है कि रामगढ़ के मेन रोड, और बाजार समिति स्थित फल बाजारों में फलों की भरमार है. फल विक्रेताओं के अनुसार इस बार सभी फलों की आवक काफी ज्यादा है, इसलिए फल ऊंचे दामों पर नहीं बिकेंगे.
छठ पर्व में नारियल, गुग्गल नींबू, सेब, केला, संतरा, शरीफा, अमरूद और पानी फल जैसे फलों की काफी मांग रहती है. पिछले कुछ सालों से नाशपाती, रामफल, विदेशी नाशपाती और अनानास जैसे फलों की भारी मांग है. हालांकि बाजार में सबसे ज्यादा मांग सेब और केला की है. इस बार रामगढ़ के सभी फल मंडियों में ये सभी फल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं. फल विक्रेताओं के अनुसार, अगर फल बाजार में फलों की आवक ज्यादा होती है, तो इनके दाम और बढ़ जाते हैं. इस बार केला और सेब की मांग काफी ज्यादा है. बाजार में सेब की कीमत 400 से 600 रुपये प्रति पेटी है, जबकि केला की कीमत 200 से 600 रुपये के बीच है.
छठ पर फलों की कमी न हो, इसके लिए पहले से ही फलों का भंडारण शुरू कर दिया गया है. फल व्यापारियों के अनुसार, ज्यादातर सेब कश्मीर और हिमाचल से आ रहे हैं. कीमत पर गौर करें तो थोक में सेब 50 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. इसी तरह अनार पुणे और गुजरात से आ रहे हैं, जो 80 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. छठ पर्व पर अन्य फलों की तरह संतरे की भी खूब बिक्री होती है. इसे ध्यान में रखते हुए नागपुर से संतरे मंगाए गए हैं. रामगढ़ के बाजार में सबसे अच्छे संतरे 40 से 60 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं.
छठ महापर्व के लिए महाराष्ट्र से अंगूर मंगाए गए हैं. अमरूद छत्तीसगढ़ से आ रहा है. रामगढ़ की दोनों फल मंडियों में अंगूर 120 से 140 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं, जबकि अमरूद 50 से 100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. वहीं सीताफल 100 से 150 रुपये किलो बिक रहा है.