झारखंड सीएम हेमंत सोरेन आज ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन में होंगे शामिल

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पटना, 1 सितंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज पटना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन समारोह में हिस्सा लेंगे। यह यात्रा बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ शुरू की गई थी, जिसमें कथित तौर पर 65 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने का आरोप है। समापन समारोह पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होगा, जहां एक विशाल जनसभा और पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा।

‘वोटर अधिकार यात्रा’ 17 अगस्त 2025 को सासाराम से शुरू हुई थी, जिसे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने हरी झंडी दिखाई। यह यात्रा बिहार के 20-25 जिलों से होकर गुजरी, जिसमें मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, पूर्णिया जैसे क्षेत्र शामिल हैं, और कुल 1,300 किलोमीटर की दूरी तय की। इसका उद्देश्य मतदाता अधिकारों की रक्षा, चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और केंद्र सरकार तथा चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ के आरोपों को उजागर करना है। इंडिया गठबंधन इसे विपक्षी एकता का प्रतीक बता रहा है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि हेमंत सोरेन गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे और इंडिया गठबंधन की एकजुटता का संदेश देंगे। उनके साथ झारखंड के कांग्रेस कोटे के मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता भी पटना पहुंच रहे हैं। पांडेय ने SIR प्रक्रिया को भाजपा और चुनाव आयोग की साजिश करार देते हुए कहा कि यह गरीब, पिछड़े, अल्पसंख्यक, दलित, मजदूर, किसान और आदिवासी वोटरों को उनके मताधिकार से वंचित करने का प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड विधानसभा पहले ही SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है।

यात्रा में पहले ही कई प्रमुख विपक्षी नेता शामिल हो चुके हैं, जिनमें समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, DMK के एमके स्टालिन, शिवसेना (UBT) के संजय राउत, NCP की सुप्रिया सुले, VIP के मुकेश सहनी और CPI-ML के दीपांकर भट्टाचार्य शामिल हैं। यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले इंडिया गठबंधन की रणनीति को मजबूत करने का हिस्सा माना जा रहा है। हेमंत सोरेन की लोकप्रियता, विशेषकर आदिवासी और पिछड़े वर्गों में, बिहार में गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

वहीं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने इस यात्रा को ‘नौटंकी’ और ‘गुस्पैठिया बचाओ यात्रा’ करार देते हुए कांग्रेस और RJD पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ने का आरोप लगाया है।