अजरबैजान से लाए गए मयंक सिंह से एटीएस की लंबी पूछताछ, लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग से जुड़े खुलासे

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रांची, 29 अगस्त 2025: राजस्थान के सुनील कुमार उर्फ मयंक सिंह को अजरबैजान से प्रत्यर्पित करने के बाद झारखंड एटीएस ने गुरुवार को करीब 10 घंटे तक उससे सघन पूछताछ की। मयंक पर कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गिरोह के साथ मिलकर आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। पूछताछ के दौरान मयंक ने अधिकांश सवालों के जवाब संकेतों में दिए। उसने बताया कि राजस्थान के घड़साना में एक परिचित के माध्यम से उसकी पहली बार लॉरेंस बिश्नोई से बात हुई, जिसके बाद वह धीरे-धीरे उनके गैंग का हिस्सा बन गया।

पुलिस की नजरों से बचने के लिए मयंक अचानक मलेशिया भाग गया था। वहां उसकी मुलाकात गैंगस्टर अमन साहू से हुई, जिसने उसे हथियारों की आपूर्ति और नए अपराधियों को भर्ती करने का काम सौंपा। इसके बाद मयंक दोनों गिरोहों के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क सूत्र के रूप में सक्रिय हो गया। एटीएस ने पूछताछ में इन गिरोहों के वित्तीय तंत्र की गहरी जानकारी हासिल की। सूत्रों के अनुसार, एटीएस जल्द ही इन गैंग्स की आर्थिक रीढ़ तोड़ने के लिए कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

लातेहार पुलिस ने भी की सवाल-जवाब

दूसरी ओर, लातेहार पुलिस की एक टीम धुर्वा स्थित एटीएस मुख्यालय पहुंची और मयंक से दो घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान लातेहार में दर्ज आठ आपराधिक मामलों पर सवाल किए गए, जिनमें अमन साहू और उसके सहयोगियों की भूमिका, धमकी भरे संदेशों और कॉल्स से कमाए गए धन, तथा मयंक की संलिप्तता के बारे में जानकारी मांगी गई। हालांकि, कई महत्वपूर्ण सवालों पर मयंक ने मौन साध लिया।

एटीएस और लातेहार पुलिस की यह संयुक्त कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता की ओर इशारा करती है। जांच आगे बढ़ रही है और जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है।