रांची, 29 अगस्त 2025: झारखंड के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के दिग्गज नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के 15 अगस्त 2025 को ब्रेन स्ट्रोक के कारण निधन के बाद खाली हुई थी। भारत निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की प्रक्रिया को गति देने के लिए मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) का आदेश दिया है। यह पुनरीक्षण केवल घाटशिला के लिए होगा, जिसकी अर्हता तिथि 1 जुलाई 2025 है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रवि कुमार ने बताया कि पुनरीक्षण का शेड्यूल इस प्रकार है: 28 अगस्त तक मतदान केंद्रों का युक्तिकरण, 2 सितंबर को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन, 2 से 17 सितंबर तक दावे-आपत्तियां और 29 सितंबर को अंतिम सूची का प्रकाशन। मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने और बूथ लेवल ऑफिसर्स की सक्रियता पर जोर दिया गया है।
घाटशिला, पूर्वी सिंहभूम जिले की आदिवासी बहुल और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है। झामुमो का इस क्षेत्र में दबदबा रहा है, हालांकि 2014 में भाजपा ने जीत हासिल की थी। 2019 में रामदास सोरेन ने इसे वापस जीता। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत 16 फरवरी 2026 से पहले उपचुनाव अनिवार्य है। यह उपचुनाव सत्ताधारी झामुमो-कांग्रेस गठबंधन और विपक्षी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल होगा। संभावना है कि यह बिहार चुनाव के साथ हो सकता है।