झारखंड एटीएस की बड़ी सफलता: मयंक सिंह अजरबैजान से प्रत्यर्पित, जेल भेजा गया

Spread the News

रांची, 27 अगस्त 2025: झारखंड पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा को अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर रांची लाने में ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की। यह झारखंड पुलिस का पहला सफल विदेशी प्रत्यर्पण मिशन है। मयंक, जो अमन साहू और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का प्रमुख सदस्य है, पर हत्या, रंगदारी और संगठित अपराध के 48 से अधिक मामले दर्ज हैं। उसे 23 अगस्त को रांची लाया गया और रामगढ़ कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

मयंक को 29 अक्टूबर 2024 को बाकू में इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। वह दातू शहर में छिपा था और सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ तस्वीरें डाल रहा था। एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा की टीम ने केंद्रीय एजेंसियों और अजरबैजान सरकार के सहयोग से प्रत्यर्पण पूरा किया। बाकू की अदालत ने 27 जनवरी 2025 को प्रत्यर्पण मंजूर किया। 23 अगस्त को कड़ी सुरक्षा के बीच उसे रांची लाया गया।

रामगढ़ कोर्ट में एटीएस ने 6 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर न्यायिक हिरासत दी। मयंक ने खुद को निर्दोष बताया, पर सबूतों ने दावे खारिज किए। झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इसे अपराधियों के लिए कड़ा संदेश बताया। एटीएस अब गैंग के नेटवर्क और हथियार आपूर्ति की जांच करेगी। यह सफलता संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी जीत है।