रांची, 24 अगस्त 2025: झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित RIMS-2 परियोजना को लेकर तनाव चरम पर है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, जो आज नगड़ी में किसानों के “हल जोतो, रोपा रोपो” आंदोलन में शामिल होने वाले थे, को कथित तौर पर उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है। प्रशासन ने नगड़ी पहुंचने वाले सभी रास्तों को बैरिकेड्स से बंद कर दिया और 3000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
नगड़ी में RIMS-2 के लिए चिन्हित जमीन पर आदिवासी किसानों का कहना है कि उनकी उपजाऊ जमीन बिना नोटिस के छीनी जा रही है। चंपाई सोरेन ने सरकार पर आदिवासियों के अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि बंजर जमीन का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने गोड्डा में सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच की भी मांग की।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी का दावा है कि यह जमीन रैयतों की नहीं है और RIMS-2 एशिया का सबसे बड़ा 700 बेड का अस्पताल होगा। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती बरती है। नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आंदोलन को रोकने के लिए सभी रास्ते बंद हैं। सोरेन की कथित नजरबंदी ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया है। बीजेपी सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगा रही है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और आगे की घटनाओं पर नजर है।