रांची, 21 अगस्त 2025: झारखंड में बहुचर्चित शराब घोटाले को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दावा किया कि इस घोटाले में हो रही जांच और गिरफ्तारियां केवल लोगों को भ्रमित करने और मुख्य अपराधियों को संरक्षण देने की सुनियोजित रणनीति हैं। मरांडी ने कहा कि शुरूआत में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन अब जांच की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। तीन महीने गुजरने के बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं हुई, जिससे आरोपी आसानी से जमानत हासिल कर रहे हैं।
मरांडी ने पत्र में जोर देकर कहा कि इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घोटाला सिर्फ सरकारी अधिकारियों या प्लेसमेंट एजेंसी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बड़े पैमाने पर संगठित भ्रष्टाचार का हिस्सा है। मरांडी ने पहले भी कहा था कि झारखंड का शराब घोटाला दिल्ली के शराब घोटाले से कहीं अधिक विशाल है, और ACB ने भी इसमें 100 करोड़ रुपये के गबन की पुष्टि की है।
इस पत्र ने झारखंड की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। मरांडी के इन आरोपों ने सरकार और जांच एजेंसियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। अभी तक सरकार की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह घोटाला और इसकी जांच अब राज्य में चर्चा का प्रमुख विषय बन चुका है।