झारखंड में फर्जी गजट नोटिफिकेशन से आधार सुधार का गोरखधंधा

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रांची, 18 अगस्त 2025: झारखंड में फर्जी गजट नोटिफिकेशन और फोटोशॉप के जरिए आधार कार्ड सुधार का गोरखधंधा उजागर हुआ है। अपराधी फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर से नकली दस्तावेज बनाकर आधार कार्ड में हेराफेरी कर रहे हैं, जिससे सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग और अवैध गतिविधियां बढ़ रही हैं।

पाकुड़ में 2021 में पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया, जहां लैपटॉप, फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैनर बरामद हुए। अप्रैल 2025 में मुंबई पुलिस ने 13 बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा, जिनके पास साहिबगंज में बने फर्जी आधार कार्ड थे, सभी में जन्मतिथि 1 जनवरी दर्ज थी। चाकुलिया में 3,000 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला भी सामने आया। सीबीआई जांच में पता चला कि इन दस्तावेजों का उपयोग स्कूल-कॉलेजों में नामांकन और सरकारी लाभ लेने में हो रहा है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने फर्जी वेबसाइट्स से सावधान रहने की चेतावनी दी है। पुलिस और सीबीआई जांच में जुटी है, लेकिन कई आरोपी फरार हैं। सरकार ने सख्ती का वादा किया है, मगर चुनौतियां बरकरार हैं।

नागरिकों को UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत केंद्रों पर ही भरोसा करना चाहिए। संदिग्ध दस्तावेजों के क्यूआर कोड और स्रोत की जांच जरूरी है। यह रैकेट व्यक्तिगत पहचान और सरकारी संसाधनों को खतरे में डाल रहा है। प्रशासन और जनता की सतर्कता से ही इसे रोका जा सकता है।