नई दिल्ली, 5 अगस्त 2025: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबे समय से बीमारी के चलते उनका दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन से भारतीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “सत्यपाल मलिक जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।” बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “उनका निधन राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।”
सत्यपाल मलिक अपने बेबाक बयानों और किसान हितों के प्रति समर्पण के लिए प्रसिद्ध थे। 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निधन पर राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं ने शोक जताया।
उत्तर प्रदेश के बागपत में जन्मे मलिक ने अपने राजनीतिक करियर में कई अहम पद संभाले। उनकी स्पष्टवादिता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता उन्हें विशिष्ट बनाती थी। उनके निधन से देश ने एक साहसी नेता खो दिया। उनके परिवार में पत्नी और एक बेटी हैं।