रांची, 27 जुलाई 2025: झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) ने झारखंड स्टेट फार्मेसी काउंसिल में गैर-स्थानीय और गैर-सरकारी व्यक्तियों के पदस्थापन के खिलाफ अपने प्रदर्शन को और तीव्र कर दिया है। संगठन ने काउंसिल में कथित अनियमितताओं और स्थानीय फार्मासिस्टों के अधिकारों के हनन का आरोप लगाया है।
23 जुलाई को काउंसिल कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन के बाद, JLKM ने 27 जुलाई को राज्यपाल संतोष गंगवार से भेंट कर अपनी छह मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। इनमें काउंसिल के सभी प्रमुख पदों अध्यक्ष, सचिव, रजिस्ट्रार और सदस्यों पर झारखंड के योग्य फार्मासिस्टों की नियुक्ति, रजिस्ट्रार प्रशांत कुमार पांडे के सेवा रिकॉर्ड की स्वतंत्र जांच, और फर्जी पंजीकरण के दावों की SIT जांच शामिल हैं।
JLKM ने आरोप लगाया कि काउंसिल में बाहरी व्यक्तियों को तरजीह देकर स्थानीय प्रतिभाओं का अपमान किया जा रहा है। संगठन ने चेतावनी दी कि मांगें न माने जाने पर आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
राज्यपाल ने ज्ञापन ग्रहण कर मामले में उचित कदम उठाने का भरोसा दिलाया है। काउंसिल की ओर से इस विषय पर अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।