पटना, 25 जुलाई 2025: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को विपक्षी विधायकों ने एक बार फिर काले कपड़े पहनकर सदन में प्रवेश किया और कार्यवाही शुरू होने से पहले जोरदार हंगामा किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और माले के विधायकों ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
विपक्षी विधायक विधानसभा के मुख्य द्वार पर पोस्टर और तख्तियां लेकर धरना देते हुए नारेबाजी करते देखे गए। उन्होंने SIR को “लोकतंत्र की हत्या” करार देते हुए इस प्रक्रिया को तत्काल रोकने की मांग की। विपक्ष का आरोप है कि गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के नाम मतदाता सूची से जानबूझकर हटाए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, “चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष चुनाव कराना है, न कि नागरिकों से उनकी नागरिकता साबित करने की मांग करना। इस मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।”
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्ष के व्यवहार की निंदा की और सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया। विपक्ष के इस प्रदर्शन से सदन में तनाव का माहौल बना रहा, और कार्यवाही शुरू होने में देरी हुई।
यह लगातार दूसरा दिन है जब विपक्ष ने काले कपड़े पहनकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया है। आगे की कार्यवाही में इस मुद्दे पर चर्चा और गतिरोध के समाधान की उम्मीद की जा रही है।