नई दिल्ली, 21 जुलाई 2025: संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है और 21 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’, पहलगाम आतंकी हमला, बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR), और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाक युद्धविराम दावों जैसे मुद्दों पर तीखी बहस की संभावना है।
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने स्पष्ट किया कि वह सभी मुद्दों पर संसदीय नियमों के तहत चर्चा को तैयार है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हम विपक्ष के हर सवाल का जवाब देंगे, बशर्ते चर्चा नियमों के दायरे में हो।”
विपक्षी दलों, खासकर इंडिया गठबंधन, ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम हमले पर संसद में जवाब दें। समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने दावा किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला, जिसे विपक्ष सत्र में जोर-शोर से उठाएगा।
सत्र के दौरान सरकार 17 विधेयकों को पेश करने की तैयारी में है, जिनमें नया आयकर विधेयक 2025 और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक प्रमुख हैं। इसके अलावा, जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी चर्चा का केंद्र हो सकता है, जिसके लिए 100 से अधिक सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं।
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के तेवर और सरकार की जवाबदेही से सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। राजनीतिक गलियारों में यह सत्र सरकार और विपक्ष के बीच तीखी जंग का गवाह बन सकता है।