दिल्ली में झारखंड महोत्सव 2025: झारखंडी संस्कृति की रंगारंग झलक

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नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्द ही झारखंड महोत्सव 2025 का आयोजन होने जा रहा है, जो झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का एक शानदार मंच होगा। इस महोत्सव में झारखंड की जनजातीय कला, लोक नृत्य, संगीत, हस्तशिल्प और स्वादिष्ट व्यंजनों की अनूठी झलक देखने को मिलेगी। दिल्ली में रहने वाले झारखंडी समुदाय और सांस्कृतिक उत्साही लोगों के लिए यह आयोजन एक यादगार अनुभव होगा।

सांस्कृतिक प्रदर्शन का केंद्र

महोत्सव में छऊ, झूमर, और फगुआ जैसे पारंपरिक लोक नृत्य दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। छऊ नृत्य अपनी युद्ध कला और रंग-बिरंगे परिधानों के लिए प्रसिद्ध है, जबकि फगुआ होली के उत्सव को जीवंत करता है। इसके अलावा, संथाल, मुंडा, और हो जनजातियों के पारंपरिक गीत और नाटक झारखंड की ऐतिहासिक कहानियों को जीवंत करेंगे।

हस्तशिल्प और व्यंजन: आयोजन में झारखंड के कारीगरों द्वारा बनाए गए बांस, लकड़ी और मिट्टी के हस्तशिल्प प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण होंगे। दर्शक स्थानीय कला जैसे सोहराय और कोहवर चîtrकला को भी नजदीक से देख सकेंगे। खान-पान के शौकीनों के लिए लिट्टी-चोखा, पंचफोरन के तड़के वाले व्यंजन, और अन्य झारखंडी पकवान स्वाद का अनूठा अनुभव देंगे।

आयोजन का उद्देश्य

झारखंड महोत्सव का उद्देश्य दिल्ली जैसे महानगर में झारखंड की संस्कृति को बढ़ावा देना और स्थानीय कलाकारों व कारीगरों को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है। यह आयोजन झारखंडी समुदाय को अपनी जड़ों से जोड़े रखने और अन्य राज्यों के लोगों को इसकी विविधता से परिचित कराने का एक शानदार अवसर है।

आमंत्रण

आयोजकों ने दिल्ली और आसपास के लोगों से इस सांस्कृतिक उत्सव में शामिल होने की अपील की है। महोत्सव की तारीख और स्थान की आधिकारिक घोषणा जल्द की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए संबंधित वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पेज पर नजर रखें।