नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने 18-दिवसीय एक्सिओम-4 मिशन के समापन पर एक भावनात्मक संदेश के साथ देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने 1984 में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के ऐतिहासिक शब्दों को दोहराते हुए कहा, “आज भी भारत ऊपर से ‘सारे जहाँ से अच्छा’ दिखता है।”
शुक्ला ने अंतरिक्ष से भारत को महत्वाकांक्षी, निडर, आत्मविश्वासी और गर्व से भरा हुआ बताया। उन्होंने अपने मिशन को “अविश्वसनीय और जादुई” करार देते हुए बताया कि इस दौरान उन्होंने माइक्रोएल्गी, जैविक गतिविधियों और ब्रेन रिस्पॉन्स जैसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोग किए। यह मिशन भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम, विशेष रूप से गगनयान मिशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुक्ला और उनके सहयोगी 15 जुलाई 2025 को ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से कैलिफोर्निया तट पर पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ती है, बल्कि लाखों भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनी है।
जहां लोग उनकी उपलब्धि और देशभक्ति की भावना की सराहना कर रहे हैं। यह मिशन भारत के बढ़ते अंतरिक्ष कार्यक्रम और वैश्विक मंच पर उसकी मजबूत उपस्थिति का प्रतीक है।