नई दिल्ली, 13 जुलाई 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) और 80(3) के तहत चार विशिष्ट व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। यह कदम साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली हस्तियों को संसद में प्रतिनिधित्व देने की संवैधानिक परंपरा का हिस्सा है। मनोनीत व्यक्तियों में प्रख्यात वकील, राजनयिक, इतिहासकार और समाजसेवी शामिल हैं, जो अपने अनुभव से संसद को समृद्ध करेंगे।
मनोनीत हस्तियों में पहला नाम है उज्ज्वल निकम का, जो एक प्रसिद्ध वकील हैं। उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमले जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में सरकारी वकील के रूप में उल्लेखनीय कार्य किया है। दूसरे हैं हर्षवर्धन श्रृंगला, पूर्व विदेश सचिव, जिन्हें विदेश नीति और कूटनीति में गहन अनुभव के लिए जाना जाता है। तीसरी हस्ती हैं मीनाक्षी जैन, प्रख्यात इतिहासकार और शिक्षाविद, जिन्होंने भारतीय इतिहास और संस्कृति पर अपने शोध से ख्याति अर्जित की है। चौथे हैं सी. सदानंदन मास्टर, केरल के समाजसेवी और शिक्षाविद, जो सामाजिक कार्यों और शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए पहचाने जाते हैं।
इन मनोनयन के माध्यम से राज्यसभा में खाली सीटों को भरा गया है। ये चारों व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ संसद में रचनात्मक योगदान देंगे। यह कदम सरकार के विविध क्षेत्रों की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच पर लाने के प्रयास को दर्शाता है।