पटना, 9 जुलाई 2025: महागठबंधन द्वारा वोटर लिस्ट रिवीजन के विरोध में आहूत बिहार बंद का आज व्यापक असर देखा गया। राज्य के कई जिलों में ट्रेन और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने भोजपुर में श्रमजीवी और विभूति एक्सप्रेस को कुछ देर के लिए रोक दिया, जबकि दरभंगा में नमो भारत ट्रेन को रोककर नारेबाजी की गई। जहानाबाद में मेमू पैसेंजर ट्रेन को भी बाधित किया गया, जिसे पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रवाना किया गया। सड़क मार्गों पर भी जाम की स्थिति रही। बेगूसराय में NH-31, मनेर में NH-30, और आरा-सासाराम मार्ग पर प्रदर्शनकारियों ने यातायात अवरुद्ध किया। पटना के महात्मा गांधी सेतु पर भी वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
कई स्थानों पर आगजनी और नारेबाजी की घटनाएं सामने आईं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और आपातकालीन सेवाओं, जैसे एम्बुलेंस, को रास्ता प्रदान किया। प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
महागठबंधन नेताओं का कहना है कि वोटर लिस्ट रिवीजन में अनियमितताओं के खिलाफ यह बंद जरूरी था, जबकि सरकार ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया। बंद के कारण आम जनजीवन पर असर पड़ा, और कई क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी रही।