लातेहार, 5 जुलाई 2025: झारखंड के प्रतिष्ठित नेतरहाट आवासीय विद्यालय में पहली बार बोर्ड परीक्षा में पांच छात्रों के फेल होने की खबर ने शिक्षा जगत में खलबली मचा दी है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में चार छात्र 12वीं और एक छात्र 10वीं में असफल रहा। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
शुक्रवार को धुर्वा के एमडीआई भवन में आयोजित नेतरहाट विद्यालय समिति की बैठक में मंत्री ने इस खराब प्रदर्शन के कारणों का पता लगाने के लिए पूर्व छात्रों की पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने का निर्देश दिया। उन्होंने शिक्षकों की कमी को प्रमुख कारण माना। विद्यालय में 42 स्वीकृत शिक्षक पदों के मुकाबले केवल 18 शिक्षक कार्यरत हैं। इस कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों को शीघ्र भरने और तब तक पूर्व छात्रों व शिक्षकों से शैक्षणिक सहायता लेने का निर्णय लिया गया। इसके लिए पोर्टल के माध्यम से आवेदन मंगाए जाएंगे, और चयनित व्यक्तियों को सम्मान राशि, यात्रा व भोजन का खर्च दिया जाएगा।
1954 में स्थापित नेतरहाट विद्यालय ने कई उच्च पदस्थ अधिकारियों को देश को दिया है। इस घटना ने विद्यालय की साख पर सवाल उठाए हैं। मंत्री ने बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त करने और शैक्षणिक स्तर सुधारने के निर्देश दिए हैं। जांच कमेटी की रिपोर्ट इस मामले में निर्णायक होगी।